Jashan
Short Poem (Hindi)
" जशन"
आज का जशन कुछ ऐसा होगा
सूफी संगीत और हाथ में एक प्याला चाय का होगा
ऊनी सी चादर ओढ़े
सपनों की महफिल सजाये
एक हलकी सी मुस्कुराहट चेहरे पर लिए
पुराने पलों को थोड़ा याद करके
आँखें थोड़ी नम होंगी
दिल में थोड़ा दर्द भी होगा
लेकिन नए सफर के आग़ाज़ में
एक बार फिर दिल झूम उठेगा!!
Wow
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